नमस्कार दोस्तों आज हम जानेंगे पेनिस स्किन प्रॉब्लम इन हिंदी इस विषय पर आज हम आपको विस्तृत रूप से जानकारी देंगे जिसका इस्तेमाल कर आप जान पाएंगे कि पेनिस में स्किन प्रॉब्लम क्यों आते हैं इसके पीछे क्या कारण होते हैं और हम इस पेनिस के प्रॉब्लम को किस तरह ठीक कर सकते हैं |
पेनिस स्किन प्रॉब्लम के कारण
- संक्रमण – जीवाणु, फफूंद, वायरस आदि से संक्रमण पेनिस की स्किन को प्रभावित कर सकते हैं और खुजली, दर्द, सूजन पैदा कर सकते हैं।
- इरिटेशन – कई बार अत्यधिक मस्तुर्बेशन, टाइट अंडरवियर, रसायनों के संपर्क में आने से पेनिस की स्किन में इरिटेशन हो सकती है।
- बैलेनाइटिस – इसमें पेनिस के सिरे पर सूजन हो जाती है जिससे दर्द और खुजली होती है।
- लाइकेन स्क्लेरोसिस – यह एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है जो पेनिस की स्किन में सफेद धब्बे पैदा कर सकता है।
- एलर्जी – कुछ लोगों को लेटेक्स, साबुन, डिओडरेंट आदि से एलर्जी हो सकती है जो पेनिस की स्किन को प्रभावित करती है।
इन समस्याओं का सही इलाज डॉक्टर की सलाह लेकर करना चाहिए।
पेनिस स्किन प्रॉब्लम का इलाज कैसे करे
- सही स्वच्छता बरतें – पेनिस को हर दिन गुनगुने पानी से धोएँ। माइल्ड साबुन का उपयोग कर सकते हैं। अंडरवियर को टाइट न पहनें और रोज बदलते रहें।
- रसायनों से बचें – स्पर्मिसाइड, सेंटेड लोशन आदि पेनिस पर लगाने से बचें क्योंकि ये इरिटेशन बढ़ा सकते हैं।
- पाउडर का प्रयोग न करें – टैलकम पाउडर लगाने से भी इरिटेशन हो सकती है।
- एंटीफंगल क्रीम का इस्तेमाल – फफूंद संक्रमण होने पर एंटीफंगल क्रीम लगाएँ।
- एंटीबायोटिक्स का सेवन – डॉक्टर द्वारा एंटीबायोटिक दवाएँ दी जा सकती हैं।
- एलर्जी टेस्ट करवाएं – एलर्जी का कारण पता कर उससे बचें।
- लेजर थेरेपी – लाइकेन स्क्लेरोसिस की स्थिति में लेजर थेरेपी लाभकारी हो सकती है।
जटिल समस्याओं के लिए डॉक्टर से मिलें।
पेनिस पर दाने होने के कारण और उपाय
पेनिस स्किन कट मेडिसिन
- एंटीबायोटिक ऑइंटमेंट या क्रीम – जीवाणुओं से हुए संक्रमण के कारण घाव हुए हैं तो Neosporin या Bacitracin जैसी एंटीबायोटिक क्रीम लगाएँ।
- बेटाडाइन (Povidone-Iodine) – यह एंटीसेप्टिक है जो मामूली कट और खरोंच पर काम करता है।
- एलो वेरा जेल – यह कुछ हद तक नरम करने और दर्द को कम करने में मदद करती है।
- लिडोकेन (Lidocaine) – यह स्थानीय एनेस्थेटिक है जो पेनिस पर लगाकर दर्द व खुजली को कम करता है।
- कैलामाइन लोशन – इसमें खुजली रोकने वाले पदार्थ होते हैं।
याद रखें कि गंभीर कट के लिए हमेशा डॉक्टर की सलाह लें। साफ-सफाई व परहेज जरूरी है।
पेनिस में इन्फेक्शन का इलाज
एंटीबायोटिक्स
बैक्टीरियल इन्फेक्शन की स्थिति में डॉक्टर द्वारा एंटीबायोटिक दवाएं लिखी जाती हैं। इन्हें पूरी अवधि तक लें।
एंटीफंगल क्रीम
फफूंद से हुए संक्रमण के लिए एंटी-फंगल क्रीम लगायी जा सकती है।
गर्म और ठंडी संपीड़न थेरेपी
गर्म और ठंडे पानी से संपीड़न पेनिस की सूजन व दर्द को कम करने में मददगार होता है।
सही स्वच्छता
संक्रमित इलाके को साबुन और पानी से अच्छी तरह साफ़ करना चाहिए।
आराम
ज्यादा शारीरिक गतिविधि से बचें और पूरा आराम करें। टाइट अंडरवियर न पहनें।
गंभीर संक्रमण की स्थिति में तुरंत अस्पताल जाएँ और डॉक्टर से संपर्क करें।
पेनिस इन्फेक्शन का घरेलू इलाज
- सफाई पर ध्यान दें – पेनिस को रोज साबुन और पानी से साफ करें। अंडरवियर रोज बदलें।
- ठंडे संपीड़न से राहत – बर्फ या ठंडे पानी से पेनिस पर संपीड़न दर्द व सूजन कम करने में मदद करेगा।
- नीम और तुलसी के पत्ते उबालकर पेस्ट बनाएं और पेनिस पर लगाएँ। इससे दर्द और सूजन कम होगी।
- एलोवेरा जेल लगाने से भी आराम मिलेगा।
- भोजन में प्रोबायोटिक्स (दही, केफ़ीर) लें जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
- पर्याप्त आराम करें और तनाव से बचें।
फिर भी अगर 1 हफ़्ते में समस्या सुलझ ना जाये तो डॉक्टर से मिलें।
पेनिस मोटा करने की होम्योपैथिक दवा
पेनिस फटने का इलाज होमियोपैथी
कैलेंडुला
इसमें जलन, खुजली व सूजन कम करने के गुण होते हैं। इसकी मरहम लगाएँ या इसकी मॉदर टिंक्चर लें।
हाइपरीकम
चोट लगने या फटने पर हाइपरीकम की मरहम फायदेमंद होती है क्योंकि इसमें दर्द व सूजन को कम करने के गुण होते हैं।
आर्निका मरहम
संक्रमण व कटाव के मामले में आर्निका की मरहम लगाएँ।
रुटा और रतनज्योत मरहम
ये मरहम भी संक्रमण व दर्द में प्रभावी हैं।
साथ ही, सूजन व दर्द कम करने के लिए बर्फ लगाएँ और पूरा आराम करें। डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।