नमस्कार दोस्तों आज हम जानेंगे नसबंदी की वजह से इरेक्शन की समस्या होती है क्या ? जानिए इस विषय पर आज हम आपको विस्तृत रूप से जानकारी देंगे जिसका इस्तेमाल कर आप जान पाएंगे कि क्या नसबंदी की वजह से आपके लिंग में इरेक्शन की समस्या उत्पन्न हो सकती है और इससे जुडी कुछ अन्य बातें भी |
जी हां, नसबंदी के बाद कुछ पुरुषों में इरेक्शन की समस्या हो सकती है। इसके कुछ कारण निम्नलिखित हैं:
- नसबंदी के दौरान वास डिफरेंस (vas deferens) नामक नली को काटा या बाधित किया जाता है जो स्पर्म को पेनिस से बाहर लाती है। इससे स्पर्म परिवहन में दिक्कत हो सकती है।
- कभी-कभी ऑपरेशन के दौरान नसों और रक्त वाहिकाओं को नुकसान हो सकता है जो इरेक्शन के लिए जरूरी हैं।
- नसबंदी के बाद टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर में कमी आ सकती है जो यौन इच्छा और इरेक्शन पर असर डालता है।
- कुछ मामलों में, इरेक्शन समस्या मानसिक कारणों से भी हो सकती है, जैसे – तनाव, चिंता, डर या अवसाद।
हालांकि, सभी पुरुषों में नसबंदी के बाद इरेक्शन की समस्या नहीं होती। कुछ सावधानियां बरतने से जोखिम कम हो सकता है। यदि समस्या हो तो डॉक्टर से परामर्श लें।
पुरुष नसबंदी क्या है
पुरुष नसबंदी (Vasectomy) एक तरीका है जिसमें पुरुष की वास डिफरेंस (vas deferens) नामक नलिकाओं को काटा या बंद कर दिया जाता है, ताकि स्पर्म पेनिस से बाहर न निकल सके।
कुछ मुख्य बातें पुरुष नसबंदी के बारे में:
- यह एक छोटा सा ऑपरेशन होता है जो कि लोकल एनेस्थीसिया के तहत किया जाता है।
- इसमें पुरुष की फर्टिलिटी पर कोई असर नहीं पड़ता, मतलब कि पुरुष वीर्य और भावनात्मक रूप से सामान्य रहता है।
- यह स्थायी जनन नियंत्रण का एक प्रभावी और सुरक्षित तरीका है।
- ऑपरेशन के बाद थोड़ा सा दर्द हो सकता है, लेकिन जल्द ही ठीक हो जाता है।
इसे परिवार नियोजन के लिए एक विकल्प के रूप में देखा जाता है।
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पुरुष नसबंदी खुल सकती है क्या
हां, कुछ स्थितियों में पुरुष नसबंदी को पलटा या खोला जा सकता है। इसे ‘वेसोवेसोस्टोमी’ (Vasovasostomy) कहा जाता है।
- यदि नसबंदी के बाद किसी वजह से पुरुष को बच्चा चाहिए हो जाए, तो वेसोवेसोस्टोमी द्वारा इसे पलटा जा सकता है।
- हालांकि, प्रक्रिया 100% सफल नहीं होती। नसबंदी के बाद कितने समय बाद प्रक्रिया की जाती है, इस पर भी इसकी सफलता निर्भर करती है।
- यह एक जटिल सर्जरी है और केवल अनुभवी सर्जन ही इसे कर सकते हैं। सफलता की संभावना ऑपरेशन से पहले के वीर्य विश्लेषण पर निर्भर करती है।
- लागत भी काफी अधिक हो सकती है और बीमा द्वारा कवर नहीं की जाती।
इसलिए, नसबंदी केवल स्थायी रूप से बच्चे न चाहने वाले लोगों के लिए ही उपयुक्त मानी जाती है।
पुरुष नसबंदी के बाद संबंध बनाना चाहिए
पुरुष नसबंदी के बाद भी संभोग करना और संबंध बनाना सुरक्षित होता है। इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- नसबंदी के तुरंत बाद संभोग से बचें। डॉक्टर की सलाह के अनुसार कम से कम 1 से 2 हफ्ते तक इंतज़ार करें।
- संभोग करते समय किसी भी तरह के दर्द या असहज संवेदना का सामना न करें। अगर ऐसा हो, तो तुरंत बंद कर दें और डॉक्टर से संपर्क करें।
- नियमित रूप से संभोग करते रहने से वीर्य का प्रवाह बना रहता है जिससे नसों में रुकावट की समस्या नहीं होती।
- कंडोम का प्रयोग जारी रखें। नसबंदी से एसटीडी और प्रेगनेंसी से सुरक्षा नहीं मिलती है।
- यदि किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
इन बातों का ध्यान रखकर पुरुष नसबंदी के बाद भी स्वस्थ और संतुष्टि प्रदान करने वाला सेक्स लाइफ जारी रखा जा सकता है।
पुरुष नसबंदी के नुकसान
पुरुष नसबंदी की प्रक्रिया अनुभवी डॉक्टरों द्वारा की जाती है, फिर भी इसमें कुछ नुकसान हो सकते हैं:
- सर्जरी से संबंधित जटिलताएँ – संक्रमण, खून बहना, दर्द आदि।
- इरेक्टाइल डिसफंक्शन (नपुंसकता) – इरेक्शन की समस्या या यौन इच्छा में कमी ।
- वीर्य की गुणवत्ता में गिरावट – वीर्य में स्पर्म की संख्या कम हो सकती है।
- टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर घट सकता है।
- पोस्ट वेसेक्टॉमी पेन सिंड्रोम – मांसपेशियों या अंडकोष में लगातार दर्द।
- स्पर्म ग्रंथि में सूजन – वीर्य प्रवाह में रुकावट।
- मनोवैज्ञानिक प्रभाव – तनाव, नकारात्मक भावनाएं।
इसलिए सही निर्णय लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श ज़रूरी है।